101+ Gussa Shayari | गुस्सा शायरी और स्टेटस

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Last Updated on August 8, 2023

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Bewajah Gussa Shayari

1.हमारा रूठना-मनाना तो लगा रहता है ,
हमारी आंखों में प्यार,
उनके चेहरे पर गुस्सा तो सदा रहता है।

2.तो गुस्सा शब्द तो सुना ही होगा, मेरे ख्याल से आप दिन भर में कई बार गुस्सा भी होते होंगे,

कभी Family से, कभी दोस्त यार से, कभी पडोसी से, कभी किसी चीज़ पे गुस्सा, मतलब गुस्सा होना आम बात हैं

3.गुस्से में बोला गया एक भी शब्द 
इतना जहरीला होता है कि 
प्यार से बोले हज़ार शब्दों 
को नष्ट कर देता है.

4.गुस्सा इतना है कि तुमसे कभी बात भी न करू,
फिर भी दिल में तेरी फ़िक्र खुद से ज्यादा है।

5.साथ छोड़ना बहुत मुश्किल है,
तेरे से नाता तोड़ना बहुत मुश्किल है…
तू जान इस दिल की,
तुझसे रूठ जाना बहुत मुश्किल है…

6.दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है ,
होश जब आता है तो वक्त निकल जाता है ।

7.छोटी छोटी बातें दिल में रखने से.
बड़े बड़े रिश्ते कमजोर हो जाते हैं

8.मेरा गुस्सा वहां पर ख़त्म हो जाता है,
जहां प्यार से वो पगली बोलती है “अच्छा बाबा सॉरी”।

Best Friend Se Gussa Shayari

9.आपके प्यार की कद्र कोई पराया भी करेगा ,
लेकिन आपके गुस्से की कद्र केवल अपने ही करेंगे ।

10.गुस्से में भी उसका प्यार दिखता है,
तकलीफ़ भले मुझको दे, दर्द उसको होता है।

11.आज दिल कर रहा था बच्चों की तरह रूठ ही जाऊ
पर फिर सोचा क्या फायदा मनाएगा कौन

12.गुस्सा आना सबके लिए जरूरी है
पर गुस्सा निकालना कहा है ये समझना जरूरी है

13.ऊपर से गुस्सा दिल से प्यार करते हो,
नज़रें चुराते हो दिल बेक़रार करते हो,
लाख़ छुपाओ दुनिया से मुझे ख़बर है,
तुम मुझे ख़ुद से भी ज्यादा प्यार करते हो…

14.आपके प्यार की कद्र कोई पराया भी करेगा ,
लेकिन आपके गुस्से की कद्र केवल अपने ही करेंगे ।

15.तुम्हारा गुस्सा भी इतना प्यारा है की,
दिल करता है तुम्हे दिन भर तंग करते रहे।

16.क्यो गुस्से में समझ लेती हूं ,
मै तुझे इतना गलत पर तू है नही इतना भी बुरा
सुनकर तेरी आवाज बदल जाता है
मेरा गुस्सा भी प्यार में ।

प्यार में गुस्से वाली शायरी

17.ऊपर से गुस्सा दिल से प्यार करते हो,
नज़रें चुराते हो दिल बेक़रार करते हो,
लाख़ छुपाओ दुनिया से मुझे ख़बर है,
तुम मुझे ख़ुद से भी ज्यादा प्यार करते हो…

18.इतनी सारी शिकायतें थी उनके आने से पहले,
उन्होंने आकर हाल क्या पूछा,
अपनी शिकायतों पे गुस्सा आ गया।

19.मुझे तेरे गुस्से से डर नहीं लगता,
तेरा गुस्सा में झेल लेती हूँ,
हाँ, दिल तो दुखता है तेरे गुस्से से,
लेकिन तुझे खोने के डर से चुप रहती हूँ।

20.इतनी सारी शिकायतें थी उनके आने से पहले,
उन्होंने आकर हाल क्या पूछा,
अपनी शिकायतों पे गुस्सा आ गया।

21.तेरा रूठ जाना क्या…
उस चाँद का शर्मना क्या,
बदल दूँ या बदल जाऊं,
फिर मैं क्या…
जमाना क्या

22.अब अकेला ही रहने दो यार
तंग आगये ये रोज़ रोज़ के गुस्से से ……

23.अधूरे एहसास …. ख़ता उनकी कोई भी नहीं थी शायद
हम ही गलत समझ बैठे , वो तरस खाकर बात करते थे और हम मोहब्बत समझ बैठे ….

24.प्यार लफ़्ज़ों में नहीं होता दिल में होता है,
और गुस्सा लफ़्ज़ों में होता है दिल मे नहीं।

25.दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है ,
होश जब आता है तो वक्त निकल जाता है ।

गुस्सा फनी शायरी | Gussa Funny Shayari

26.अधूरे एहसास ….
मैं भूल जाती हूँ कि तुझे भूलना भी है .
. मशरुफ होकर तुझे , कुछ इस कदर याद कर लेती हूँ ..
तुम सामने बैठे होते हो , और आँखे फिर भी तुम्हें ही ढूंढ रही होती हैं …

27.मुझे गुस्सा उन पर नहीं खुद पर आता है,
के मैंने इतनी ज्यादा उन्हें मोहब्बत क्यों दी थी।

28.क्यों अब मेरी जिंदगी का हर
सपना सच्चा नहीं लगता,
रूठ जाती है सांसें मेरी..
यूँ तुम्हारा नाराज होना
हमें अच्छा नहीं लगता

29.रूठे हो … कोई रूठे तो जल्दी मना लेना …
इस गरूर की जंग मैं हमेशा दूरियां जीत जाती है …

30.उनका गुस्सा और मेरा प्यार एक जैसा है ,
क्यूंकि ना ही उनका गुस्सा कम होता है ,
ना ही मेरा प्यार ।

31.गुस्सा बहुत चतुर होता है,
अक्सर कमजोर पर भी निकलता है।

32.गुस्सा क्यों करते हो बात-बात पर तुम,
शक ज्यादा करते हो या प्यार ?

33.ना जाने क्यूँ नजर लगी जमाने की,
अब वजह मिलती नहीं मुस्कुराने की,
तुम्हारा गुस्सा होना तो जायज था,
हमारी आदत छूट गई मनाने की।

34.तेरा ये रूठ जाना क्यों..
फिर मुझे तडपना क्यों..
तुम तो चले गए थे
मुझे छोड़कर
फिर तुम्हारा लौट आना क्यों.

क्रोध शायरी

35.कोई बतायेगा, लोग इतना गुस्सा कहाँ से लाते है,
हम भी दो किलो गुस्सा वहाँ से मंगवाते है।

36.देखों इस अजीब तरह से
भी इश्क़ हमसें निभाती है वो,
हमी पे गुस्सा कर फ़िर कंधे
पर सर रख सो जाती है वो।

37.बेवजह किसी पर गुस्सा ना करना ऐ दोस्त,
सुना है अक्सर रिश्ते बिखर जाया करते हैं।

38.हम खुल के जिंदगी जिया करो…
हसी के घूंट पिया करो,
दिल रोने सा लगता है,
तुम यूँ ग़ुस्सा न किया करो

39.मैंने उसे एक नहीं दो ताजमहल दिए,
और उसने गुस्से में दोनों तोड़ दिए।

40.मोहब्बत में गुस्सा वही करता है ,
जिसमें मोहब्बत कूट-कूट के भरी होती है ।

41.मुझे तुम्हारा किस्सा पसंद है,
इस किससे में मेरा हिस्सा पसंद है,
ये जो तुम चेहरा लाल कर देखती हो मुझे,
खुदा कसम ! मुझे ये तुम्हारा गुस्सा पसंद है।

42.तुम्हे गुस्सा करने का हक़ है मुझ पर नाराजगी में,
ये मत भूल जाना कि हम बहुत प्यार करते है तुमसे।

43.मै मुस्कुरा कर अपनी किस्मत
पर सारा गुस्सा उतार देता हूँ ।

44.किस बात पर गुस्सा है,
ये पूछने वाला हो तो,
मुस्कान क़भी नहीं जाती।

45.तुम को आता है प्यार पर ग़ुस्सा,
मुझ को ग़ुस्से पे तो प्यार आता है।

मोहब्बत में शक और गुस्सा

46.थोड़े गुस्से वाले थोड़े नादान हो
तुम मगर जैसे भी हो मेरी जान हो तुम ।

47.उसकी ये मासूम अदा मुझको बेहद भाती है,
वो मुझसे नाराज़ हो तो गुस्सा सबको दिखाती है

48.गुस्से का कोई इलाज नहीं,
चाहे दोस्ती हो या हो प्यार
सब उजाड़ ही देती है।

49.जब कोई गुस्से में आपके सामने बात करे,
तो उसे खामोशी के साथ गौर से सुने,
क्योकि इंसान अक्सर गुस्से में,
बहुत कड़वा बोल देता है।

50.तुम जब गुस्सा हो जाते हो
तो ऐसा लगता है मनाते
मनाते जिन्दगी गुजारा हूं ।

51.कैसे कह दें कि उनके कुछ नहीं लगते हम,
उनके गुस्से पर आज भी हमारा ही हक है।

52.गुस्सा आने पर चिल्लाने के लिए ताकत नही चाहिए,
परन्तु गुस्से में शांत रहने के लिए बहुत ताकत चाहिए।

53.मोहब्बत में गुस्सा वही करता है,
जिसमें मोहब्बत कूट-कूट के भरी होती है।

54.मोहब्बत में शक और गुस्सा वो ही करता है ,
जो कभी भी तुम्हे खोना नही चाहता ।

नाराज गुस्सा शायरी

55.हम जानते है मायने रिश्तों के,
इसलिए गुस्सा हम नही हो पाते,
समझ सकते है हम उनकी तकलीफ को,
हमे जो अपना हक्क समजते है।

56.ऐसा नही की मुझे गुस्सा नही आता ,
बल्कि उस गुस्से से भी कही ज्यादा ,
प्यार करते है तुमसे ।

57.रिश्तों में मिठास लाने के लिए
कई ज़हर पिये है मैंने भी,
इसलिए लोग पूछते है
अब गुस्सा क्यों नही आता मुझे।

58.किस बात पर गुस्सा है ये पूछने वाला हो तो,
मुस्कान कभी नही जाती।

59.थोड़े गुस्से वाली थोड़ी नादान हो तुम ,
पर जैसी भी हो मेरी जान हो तुम ।

60.दूसरो पर गुस्सा करना चोट के समान है,
खुद पर गुस्सा करना खुद को तराशने के समान है।

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